Google Nano Banana: इमेज एडिटिंग की दुनिया में नई क्रांति तकनीक कभी-कभी हमें चौंका देती है। कुछ हफ्ते पहले सुंदर पिचाई ने एक्स (X) पर केवल तीन केले के इमोजी पोस्ट किए थे। उस समय किसी को अंदाजा नहीं था कि यह एक बड़े ऐलान की झलक है। दरअसल, यह संकेत था गूगल के नए इमेज-एडिटिंग मॉडल Gemini 2.5 Flash Image का, जिसे मज़ेदार अंदाज़ में “Nano Banana” नाम दिया गया।
नाम भले ही हल्का-फुल्का और खिलंदड़ लगे, लेकिन इसके पीछे छुपी ताकत गजब की है। Nano Banana इमेज एडिटिंग को एक नए स्तर पर ले जाता है—चाहे बैकग्राउंड बदलना हो, तस्वीरों को आपस में मिलाना हो, किसी फोटो का स्टाइल बदलना हो या फिर पूरी तरह से कल्पनाशील दृश्य बनाना हो, यह सब बड़ी सहजता से करता है।
कैसे काम करता है Nano Banana?
Nano Banana को गूगल के मल्टीमॉडल Gemini मॉडल पर तैयार किया गया है। इसका मतलब है कि यह केवल फोटो बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि आपके निर्देशों को भी गहराई से समझता है। आप इसे कहें कि अपने कुत्ते को समुद्री डाकू का रूप दे दो, किसी स्केच को प्रोफेशनल पेंटिंग में बदल दो या फिर कई तस्वीरों को एक साथ मिलाकर नया दृश्य बना दो—यह सब बड़ी आसानी से करता है।
इस मॉडल में तीन प्रमुख वर्कफ़्लो हैं—
- टेक्स्ट से इमेज बनाना
- टेक्स्ट + इमेज से एडिट करना
- कई इमेज को एक साथ मिलाना
इसकी सबसे खास बात यह है कि एडिटिंग के बाद भी तस्वीरों की रोशनी, टेक्सचर और चीज़ों के आपसी रिश्ते काफी हद तक वही रहते हैं।
चेहरों पर क्यों फिसल जाता है Nano Banana?
जहाँ यह मॉडल वस्तुओं, बैकग्राउंड और स्टाइल बदलने में माहिर है, वहीं चेहरों की पहचान बनाए रखने में यह थोड़ा कमजोर पड़ता है। कई बार छोटे-छोटे एडिट करने के बाद चेहरे की बनावट, आँखों का आकार या मुस्कान तक बदल जाती है। रचनात्मक प्रयोगों के लिए यह मज़ेदार हो सकता है, लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपका असली चेहरा जस का तस रहे, तो यह उम्मीद पूरी तरह पूरी नहीं करता।
गूगल का दूसरा टूल “Reimagine” इस मामले में ज़्यादा भरोसेमंद है, क्योंकि यह चेहरे और पहचान को सुरक्षित रखते हुए छोटे बदलाव करता है।
डेवलपर्स और कीमत
Nano Banana केवल Gemini ऐप के यूज़र्स के लिए ही नहीं है, बल्कि डेवलपर्स भी इसे इस्तेमाल कर सकते हैं। यह Gemini API, Google AI Studio और Vertex AI के जरिए उपलब्ध है। इसकी कीमत लगभग 30 डॉलर प्रति 10 लाख आउटपुट टोकन रखी गई है, यानी लगभग 0.039 डॉलर प्रति इमेज।
डेवलपर्स के लिए गूगल ने AI Studio में डेमो ऐप्स भी दिए हैं, ताकि बिना ज्यादा कोड लिखे वे प्रयोग कर सकें।
सुरक्षा और सीमाएँ
गूगल ने इसमें सेफ्टी गार्डरेल्स भी जोड़े हैं। हर आउटपुट इमेज पर एक दृश्यमान वॉटरमार्क और एक SynthID डिजिटल वॉटरमार्क रहता है। भले ही दृश्य वॉटरमार्क को क्रॉप किया जा सके, लेकिन डिजिटल वॉटरमार्क को हटाना मुश्किल है। यह कदम फेक इमेज और गलत सूचनाओं के खतरे को कम करने के लिए है।
फिर भी, Nano Banana पूरी तरह परफेक्ट नहीं है। अभी इसमें क्रॉपिंग के लिए अलग से विकल्प नहीं है, और रिज़ॉल्यूशन भी कुछ प्रतिद्वंद्वियों से पीछे है।
रचनात्मकता के लिए वरदान, पर पहचान के लिए अधूरा
Nano Banana उन लोगों के लिए शानदार टूल है जो अपनी तस्वीरों को स्टाइलिश, मजेदार और क्रिएटिव रूप में बदलना चाहते हैं। लेकिन अगर आप उम्मीद कर रहे हैं कि यह आपकी असली पहचान को हर बदलाव में बरकरार रखेगा, तो यह थोड़ा निराश कर सकता है।
फिर भी, इसमें कोई शक नहीं कि यह गूगल की AI यात्रा में एक बड़ा कदम है। यह बताता है कि भविष्य की इमेज एडिटिंग सिर्फ तकनीकी नहीं, बल्कि रचनात्मक कल्पनाओं का नया संसार बनने जा रही है।
अस्वीकरण (Disclaimer): यह लेख केवल जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें वर्णित सभी फीचर्स, कीमतें और जानकारियाँ गूगल की आधिकारिक घोषणाओं और अपडेट्स के अनुसार समय के साथ बदल सकती हैं। किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक स्रोतों से जानकारी ज़रूर प्राप्त करें।
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